Ad Code

राजा राममोहन राय

 राजा राममोहन राय (राय साहब)


 (1)सामाजिक क्षेत्र में

 * जाति - प्रथा, छुआ - छूत इत्यादि की कठोर शब्दों में आलोचना और इसे देश की एकता में बाधक बताया।

 * राजा राममोहन राय ने महिलाओं से संबंधित कृतियों की भी आलोचना की जैसे:- सती प्रथा, बहु विवाह, पर्दा प्रथा इत्यादि। उनके विशेष प्रयासों से 1829 में सती प्रथा को गैर कानून घोषित किया गया।


 (2)शिक्षा के क्षेत्र में

 * राजा राममोहन राय विभिन्न भाषाओं के ज्ञाता थे जैसे:- संस्कृत, अरबी, फारसी, ग्रीक, लैटिन, अंग्रेजी इत्यादि।

 * शिक्षा को आधुनिक परिवर्तन का माध्यम मानते थे। डेविड हेअर के सहयोग से 1817 में कोलकाता में हिंदू कॉलेज की स्थापना। इसी वर्ष एक इंग्लिश स्कूल की स्थापना तथा 1825 में वेदांत कॉलेज की स्थापना में इनका योगदान था।

 * समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए शिक्षा को महत्वपूर्ण मानते थे साथ ही महिलाओं की शिक्षा संबंधी अधिकार का भी इन्होंने समर्थन किया।


  (3)धर्म के क्षेत्र में

 * धर्म के क्षेत्र में व्याप्त कृतियों पर भी प्रहार किया जैसे:- पुरोहित बाद, मूर्ति पूजा, बहुदियवाद, कर्मकांड इत्यादि।

 * धार्मिक एवं सामाजिक सुधार के उद्देश्य से 1828 में ब्रह्म सभा नामक संस्था की स्थापना की और एकीस्वरवाद का समर्थन किया।

 * राममोहन राय ने एक तरफ विभिन्न धर्मो के अच्छे तत्वों को ग्रहण करने का समर्थन किया जैसे ईसाई धर्म के नैतिक शिक्षा या इस्लाम धर्म के एकईश्वरबाद वहीं दूसरी तरफ हिंदू धर्म के साथ-साथ इन धर्म में व्याप्त कृतियों की भी आलोचना की।

 * राममोहन राय ने धर्म ग्रंथो को आधार बनाकर समाज सुधार संबंधी प्रमाण जुटाये साथ ही वे तर्क बुद्धिवादी थे तर्क को सत्य के अंतिम कसौटी मानते थे और तर्क के आधार पर वेदों को भी आलोचना के दायरे में रखा।


 (4)अन्य कार्य

 * राममोहन राय ने संवाद कौमुदी, मिरातुल अखबार इत्यादि अखबारों के माध्यम से आधुनिक विचारों का प्रसार किया एवं कृतियों का खंडन भी। उन्होंने कुछ पुस्तकों की भी रचना की जैसे:- एकेश्वरवादियो को उपहार, प्रिसेप्ट ऑफ जीसस इत्यादि।


 (5)राजनीतिक-प्रशासनिक-आर्थिक क्षेत्र में

 * उच्च पदों पर भारतीयों को नियुक्त करने की मांग, न्यायिक समानता की मांग।

 * आर्थिक क्षेत्र में आधुनिक उद्योगो की स्थापना का समर्थन तथा जमींदार बंदोबस्त के अंतर्गत किसानों के राजस्व को भी स्थाई करने की मांग की।


 (6)अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे पर

राममोहन राय ने अंतरराष्ट्रीय मुद्दे में भी गहरी रुचि ली जैसे 1821 में नेपाल में क्रांति के सफलता पर दुख व्याप्त किया वहीं 1827 में स्पेनिश अमेरिका में क्रांति के सफलता पर सार्वजनिक भोज दिया।



राजा राममोहन राय के पश्चात ब्रह्म समाज


 :केशव चंद्र सेन

 * 1839 में तत्त्वबोधिनी सभा एवं तत्त्वबोधिनी पत्रिका की शुरुआत की।

 * 1843 में ब्रह्म समाज में शामिल हुए इन्होंने केशव चंद्र सेन को आचार्य को उपाधि दी तथा ब्रह्म समाज में शामिल किया।


 : केशव चंद्र सेन

 * बंगाल से बाहर ब्रह्म समाज के विचारों का प्रसार

 * दक्षिण भारत में वेद समाज तथा महाराष्ट्र में प्रार्थना समाज की स्थापना उनकी प्रेरणा से

 * इंडियन मिरर नामक अखबार का संपादन

 * संगत सभा इंडियन रिफॉर्म संगठन इत्यादि संस्थाओं से संबंधित।

 * आक्रामक विचारों के कारण ब्रह्म समाज से अलग होकर 1866 में  भारत ब्राह्म समाज की स्थापना की।


राजा राममोहन राय के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs


राजा राममोहन राय ने कौन कौन से सुधार किए?
 राजा राममोहन राय ने सामाजिक क्षेत्र, शिक्षा के क्षेत्र, धर्म के क्षेत्र, राजनीतिक-प्रशासनिक-आर्थिक क्षेत्र, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे पर, इन सभी मुद्दे पर बात किए थे।

राजा राममोहन राय का क्या योगदान है?

राजा राममोहन राय के सामाजिक सुधार क्या थे?


गांधी जी द्वारा किए गए प्रमुख आंदोलन :- 


  चंपारण सत्याग्रह 1917 , अहमदाबाद मिल हड़ताल 1918 और खेरा सत्याग्रह 1918


https://www.missionupsce.in/2021/08/Champaran-khera-Satyagraha-1917-1918.html



रॉलेट एक्ट , रॉलेट सत्याग्रह तथा जालियांवाला बाग हत्याकांड-1919


https://www.missionupsce.in/2021/08/Rowlatt-Act-Jallianwala-Bagh-Massacre.html



 खिलाफत एवं असहयोग आंदोलन : प्रथम जन आंदोलन


https://www.missionupsce.in/2021/08/Khilafat-Movement.html



चंपारण सत्याग्रह 1917 : प्रथम सविनय अवज्ञा आंदोलन ।


https://www.missionupsce.in/2021/08/Champaran-khera-Satyagraha-1917-1918.html



अहमदाबाद मिल हड़ताल 1918 : प्रथम भूख हड़ताल :-


https://www.missionupsce.in/2021/08/Champaran-khera-Satyagraha-1917-1918.html



 खेरा सत्याग्रह 1918 : प्रथम असहयोग


https://www.missionupsce.in/2021/08/Champaran-khera-Satyagraha-1917-1918.html


Post Navi

Post a Comment

0 Comments